متن ترانه عنوان Piku: این آهنگ توسط Sunidhi Chauhan خوانده شده است. شعر و موسیقی آهنگ نیز توسط Anupam Roy ارائه شده است. این فیلم هندی به کارگردانی شوجیت سیرکار ساخته شده است.
در موزیک ویدیو عرفان خان، آمیتاب باچان و دیپیکا پادوکن حضور دارند
هنرمند: سونیدی چاهان
ترانه: Anupam Roy
آهنگساز: آنوپام روی
فیلم/آلبوم: پیکو
طول: 3:31
منتشر شده: 2015
برچسب: شرکت موسیقی Zee
متن آهنگ عنوان Piku
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
इसी की रौशनी उडी जी हर तरफ है
यह लम्हो केर कुवे में रोज़ झांकती है
यह जाके वक़्त से हिसाब मांगती है
यह पानी है यह आग है
यह खुद लिखी किताब है
प्यार की खुराक सी है पिकू
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
पन्ना साँसों का पालते
और लिखे उनपे मन की बात रे
लेना इस को क्या किस से
इस को तो भाये खुद का साथ रे
बारिश की बून जैसी
सर्दी की धुंध जैसी
कैसी पहेली इसका हल न मिले
कभी यह आस्मा उतरती है निचे
कभी यह भागे ऐसे बादलों के पीछे
इसे हर दर्द घूँट जान का नशा है
करो जो आये जी में इसक फलसफा है
यह पानी है यह आग है
यह खुद लिखी किताब है
प्यार की खुराक सी है पिकू
मोड़ ले राहो के चहरे
इस को जाना होता जिस और है
ऐसे सरगम सुनाये
खुद इस के सुर है इस के राग है
रूठे रूठे तो मीचि जैसी
हास् दे तो चीनी जैसी
कैसी पहेली इसका हल न मिले
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
इसी की रौशनी उडी जी हर तरफ है
यह लम्हो केर कुवे में रोज़ झांकती है
यह जाके वक़्त से हिसाब मांगती है
यह पानी है यह आग है
यह खुद लिखी किताब है
प्यार की खुराक सी है पिकू

ترانه عنوان Piku متن ترانه ترجمه انگلیسی
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
این امضای او در آفتاب صبح است
इसी की रौशनी उडी जी हर तरफ है
نور این اودی جی همه جا هست
यह लम्हो केर कुवे में रोज़ झांकती है
این لحظه هر روز به چاه نگاه می کند
यह जाके वक़्त से हिसाब मांगती है
می رود و حساب زمان را می پرسد
यह पानी है यह आग है
این آب است این آتش است
यह खुद लिखी किताब है
این یک کتاب خود نوشته است
प्यार की खुराक सी है पिकू
پیکو مانند دوز عشق است
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
این امضای او در آفتاب صبح است
पन्ना साँसों का पालते
حیوان خانگی از نفس زمرد
और लिखे उनपे मन की बात रे
و ذهن خود را روی آنها بنویسید
लेना इस को क्या किस से
اینو از کی بگیر
इस को तो भाये खुद का साथ रे
این یکی شرکت خودش را دوست دارد
बारिश की बून जैसी
مثل یک قطره باران
सर्दी की धुंध जैसी
مه زمستانی
कैसी पहेली इसका हल न मिले
چه نوع پازلی راه حل ندارد
कभी यह आस्मा उतरती है निचे
گاهی این روح پایین می آید
कभी यह भागे ऐसे बादलों के पीछे
گاهی پشت چنین ابرهایی می دوید
इसे हर दर्द घूँट जान का नशा है
جرعه جرعه جرعه دردی مست است
करो जो आये जी में इसक फलसफा है
هر کاری می خواهی بکن، این فلسفه است
यह पानी है यह आग है
این آب است این آتش است
यह खुद लिखी किताब है
این یک کتاب خود نوشته است
प्यार की खुराक सी है पिकू
پیکو مانند دوز عشق است
मोड़ ले राहो के चहरे
صورت جاده را بپیچید
इस को जाना होता जिस और है
این باید به شخص دیگری برود
ऐसे सरगम सुनाये
چنین محدوده ای را بخواند
खुद इस के सुर है इस के राग है
آهنگ خود ملودی آن است
रूठे रूठे तो मीचि जैसी
اگر عصبانی هستید، میچی را دوست دارید
हास् दे तो चीनी जैसी
اگر آن را مانند قند از دست بدهید
कैसी पहेली इसका हल न मिले
چه نوع پازلی راه حل ندارد
सुबह की धुप पे इसी के दस्तखत है
این امضای او در آفتاب صبح است
इसी की रौशनी उडी जी हर तरफ है
نور این اودی جی همه جا هست
यह लम्हो केर कुवे में रोज़ झांकती है
این لحظه هر روز به چاه نگاه می کند
यह जाके वक़्त से हिसाब मांगती है
می رود و حساب زمان را می پرسد
यह पानी है यह आग है
این آب است این آتش است
यह खुद लिखी किताब है
این یک کتاب خود نوشته است
प्यार की खुराक सी है पिकू
پیکو مانند دوز عشق است