Beqasoor Lyrics: ‘Beqasoor’ song from the Bollywood film ‘Lekar Hum Deewana Dil’ (2014) in the voice of Nakash Aziz, and Shweta Pandit. The song lyrics were written by Amitabh Bhattacharya and the song music is composed by AR Ramanan. This film is directed by Arif Ali.
The Music Video Features Armaan Jain & Deeksha Seth
Artist: Nakash Aziz & Shweta Pandit
Lyrics: Amitabh Bhattacharya
Composed: AR Ramanan
Movie/Album: Lekar Hum Deewana Dil
Length: 4:21
Released: 2014
Label: Eros Music
Beqasoor Lyrics
दिल बेक़सूर है कितना
पर है ये ज़रूर है फितना
जाने ये जलने
सीखे न बुझना
मीठी सी जिद्द है सजना
ज़िद्द की हद्द है सजना
दिल बेक़सूर है कितना
पर है ये ज़रूर है फितना
जाने ये जलने
सीखे न बुझना
मीठी सी जिद्द है सजना
ज़िद्द की हद्द है सजना
क्यूँ दिल बेज़ुबान है इतना
उसपे है गुमान भी उतना
जाने ये काटना
सीखे न जुड़ना
मीठी सी जिद्द है सजना
ज़िद्द की हद्द है सजना
ये बेखुदी जुड़ा
जुड़ा दीवानगी
जहां बेस वही तेरा क्यों
ज़िद्द की हद्द है सजना
गुलमोहर की टहनी से
बिछडा सा पतझर की सोहबत
में ज़मीन पे बिखरा सा
है मनमौजी
शोलों के दरिया में
शबनम सी बूँदों
की उम्मीद में उतरा सा
जितना बटोरे उतना ही खोये
उतना बिखेरे जितना पिरोये
दिल बेलगाम है जितना
अपना खुद ही गुलाम है उतना
क्यूँ दिल बेज़ुबान है इतना
उसपे है गुमान भी उतना
जाने ये कितना सीखे न जुड़ना
मीठी सी जिद्द है सजना
ज़िद्द की हद्द है सजना
ये बेख़ुदी जुदा जुदा दीवनगी
जहां बेस वही तेरा क्यों
ज़िद्द की हद्द है सजना
Beqasoor Lyrics English Translation
दिल बेक़सूर है कितना
heart is innocent
पर है ये ज़रूर है फितना
But it is definitely fit
जाने ये जलने
let it burn
सीखे न बुझना
do not learn
मीठी सी जिद्द है सजना
sweet stubbornness
ज़िद्द की हद्द है सजना
The limit of stubbornness is to decorate
दिल बेक़सूर है कितना
heart is innocent
पर है ये ज़रूर है फितना
But it is definitely fit
जाने ये जलने
let it burn
सीखे न बुझना
do not learn
मीठी सी जिद्द है सजना
sweet stubbornness
ज़िद्द की हद्द है सजना
The limit of stubbornness is to decorate
क्यूँ दिल बेज़ुबान है इतना
why the heart is so dumb
उसपे है गुमान भी उतना
There is so much pride in him
जाने ये काटना
go cut it
सीखे न जुड़ना
learn not join
मीठी सी जिद्द है सजना
sweet stubbornness
ज़िद्द की हद्द है सजना
The limit of stubbornness is to decorate
ये बेखुदी जुड़ा
it’s inextricably linked
जुड़ा दीवानगी
connected passion
जहां बेस वही तेरा क्यों
where base is yours why
ज़िद्द की हद्द है सजना
The limit of stubbornness is to decorate
गुलमोहर की टहनी से
from a sprig of rosemary
बिछडा सा पतझर की सोहबत
the fall of autumn
में ज़मीन पे बिखरा सा
I was scattered on the ground
है मनमौजी
is temperamental
शोलों के दरिया में
in the river of shoals
शबनम सी बूँदों
Shabnam si drops
की उम्मीद में उतरा सा
bit in the hope of
जितना बटोरे उतना ही खोये
lose as much as you gain
उतना बिखेरे जितना पिरोये
spread as much as you can
दिल बेलगाम है जितना
heart is unbridled
अपना खुद ही गुलाम है उतना
is his own slave
क्यूँ दिल बेज़ुबान है इतना
why the heart is so dumb
उसपे है गुमान भी उतना
There is so much pride in him
जाने ये कितना सीखे न जुड़ना
Don’t know how much to learn
मीठी सी जिद्द है सजना
sweet stubbornness
ज़िद्द की हद्द है सजना
The limit of stubbornness is to decorate
ये बेख़ुदी जुदा जुदा दीवनगी
This absurdly parted madness
जहां बेस वही तेरा क्यों
where base is yours why
ज़िद्द की हद्द है सजना.
Sajna is the limit of stubbornness.