Budhau Lyrics: The latest song ‘Gulabo Sitabo’ is sung by Bobby Cash for the upcoming Bollywood movie ‘Gulabo Sitabo’. The song lyrics were penned by Dinesh Pant. The song was composed by Anuj Garg.
The Music Video Features Ayushmann Khurrana
Artist: Bobby Cash
Lyrics: Dinesh Pant
Composed: Anuj Garg
Movie: Gulabo Sitabo
Length: 3:20
Released: 2020
Label: Zee Music
Budhau Lyrics
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
खटके जमाने की आंखों में
उलझे घटरी की गांठों में
गली गली नुक्कड़ पे बाज़ारों में
सेर सपाटा करे
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
खाली थाली में गाली गाली परोसे
बातों में दुनाली
खाली थाली में गाली गाली परोसे
बातों में दुनाली
अठन्नी रुपया का कमाए निवाला नखरे बेमिशाली
कमरिया लचकाती नजरिया मटकती
और मटके बुढऊ..
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
आ..आ..
खुद ना सोये नींदों को सुलाए चले
ये तो ख्वाबों को ओढ़े बिछाए चले
छुपा दाढ़ी में तिनका घूमे
ओह देखो gh ओह देखो अड़ियल बुढऊ
फटी अचकन के धागों को बुन ले बुढ़ऊ
अरे बुन ले बुढऊ..बुढऊ..बुढऊ..रे..
ओ.. बुढऊ.
Budhau Lyrics English Translation
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
old man hanging on the threads of torn achkan
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
old man hanging on the threads of torn achkan
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
The breath is stuck, yet look, do not improve old age
खटके जमाने की आंखों में
in teary eyes
उलझे घटरी की गांठों में
tangled in knots
गली गली नुक्कड़ पे बाज़ारों में
In the markets on the street corner
सेर सपाटा करे
flatten your head
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
old man hanging on the threads of torn achkan
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
The breath is stuck, yet look, do not improve old age
खाली थाली में गाली गाली परोसे
Serve abuse in an empty plate
बातों में दुनाली
rhetoric in things
खाली थाली में गाली गाली परोसे
Serve abuse in an empty plate
बातों में दुनाली
rhetoric in things
अठन्नी रुपया का कमाए निवाला नखरे बेमिशाली
Eighteen rupees earn morsel tantrums unmishali
कमरिया लचकाती नजरिया मटकती
Kamariya’s eye-catching twists and turns
और मटके बुढऊ..
And grow the pot..
फटी अचकन के धागों पे लटके बुढ़ऊ
old man hanging on the threads of torn achkan
सांसें अटकी है फिर भी देखो ना सुधरे बुढ़ऊ
The breath is stuck, yet look, do not improve old age
आ..आ..
Let’s..
खुद ना सोये नींदों को सुलाए चले
don’t sleep yourself go to sleep
ये तो ख्वाबों को ओढ़े बिछाए चले
Let this be covered with dreams
छुपा दाढ़ी में तिनका घूमे
the straw in the hidden beard
ओह देखो gh ओह देखो अड़ियल बुढऊ
oh look gh oh look obstinate old man
फटी अचकन के धागों को बुन ले बुढ़ऊ
Weaving the torn achkan threads old man
अरे बुन ले बुढऊ..बुढऊ..बुढऊ..रे..
Hey bun le budhau..budu..budu..re..
ओ.. बुढऊ.
Oh old man.