Jugni Udi Lyrics: From the Bollywood movie ‘Queen’ in the voice of Amit Trivedi. The song lyrics was written by Anvita Dutt and the music is also composed by Amit Trivedi. This film is directed by Vikas Bahl.
The Music Video Features Kangana Ranaut, Lisa Haydon & Raj Kumar Rao
Artist: Amit Trivedi
Lyrics: Anvita Dutt
Composed: Amit Trivedi
Movie/Album: Queen
Length: 2:19
Released: 2013
Label: T Series
Jugni Udi Lyrics
कोई खिड़की तो खुली खुली खुली
तभी ऐसा लगे डरी रात हैं रात हैं रात हैं
डरी डरी डरी दबे दबे दबे पैरो से वो चली
कांच की घास पे घास पे घास पे
काली सी मिट्टी में हुई वो कैद थी
चंदा की मारी हमने गुलेल थी
तारो की चाभी से खुली सुफैल सी
सुबह सुबह सुबह सुबह
जुगनी उडी नए नए पर लिए
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
जुगनी उडी दिल मेरा घर किये
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
हौसले जो नए से अभी, फलसफे झूठे लगे सभी
हो गए हैं चकना-चूर, चकना-चूर
जो रौशनी छलके यहाँ वहम दौड़ के चलने लगे कहा
हुजुर हैं खुद का नूर, खुद का नूर
चौखट पे मांगी जिसकी मुराद थी
जिसके लिए वो इतनी उदास थी
कोई ना जाने कितनी वो ख़ास थी
सुबह सुबह सुबह सुबह
जुगनी उडी नए नए पर लिए
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
जुगनी उडी दिल मेरा घर किये
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
Jugni Udi Lyrics English Translation
कोई खिड़की तो खुली खुली खुली
If any window is open then open open
तभी ऐसा लगे डरी रात हैं रात हैं रात हैं
Then it seems that it is a scary night, it is night, it is night.
डरी डरी डरी दबे दबे दबे पैरो से वो चली
She walked with her feet buried under her feet
कांच की घास पे घास पे घास पे
On the grass on the grass on the grass on the glass
काली सी मिट्टी में हुई वो कैद थी
She was imprisoned in black soil
चंदा की मारी हमने गुलेल थी
We were slingshot with donations
तारो की चाभी से खुली सुफैल सी
Opened with a taro key
सुबह सुबह सुबह सुबह
early morning morning
जुगनी उडी नए नए पर लिए
Jugni Udi for the new
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
o cage shell, o cage shell
जुगनी उडी दिल मेरा घर किये
Jugni Udi Dil Mera Ghar Karen
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
o cage shell, o cage shell
हौसले जो नए से अभी, फलसफे झूठे लगे सभी
The spirits that are new now, all the philosophies seem to be false
हो गए हैं चकना-चूर, चकना-चूर
have become shattered, shattered
जो रौशनी छलके यहाँ वहम दौड़ के चलने लगे कहा
The light that spilled out started running here
हुजुर हैं खुद का नूर, खुद का नूर
Huzoor is his own noor, his own noor
चौखट पे मांगी जिसकी मुराद थी
Asked on the doorstep
जिसके लिए वो इतनी उदास थी
for which she was so sad
कोई ना जाने कितनी वो ख़ास थी
no matter how special she was
सुबह सुबह सुबह सुबह
early morning morning
जुगनी उडी नए नए पर लिए
Jugni Udi for the new
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
o cage shell, o cage shell
जुगनी उडी दिल मेरा घर किये
Jugni Udi Dil Mera Ghar Karen
ओ पिंजरा खोल, ओ पिंजरा खोल
o cage shell, o cage shell